Sunday 16 December 2018

इल्म और रज्क मे बरकत की दुआ

बिस्मिल्लाहिर रहमानिरहिम
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✦ उम्म सलमा रदी अल्लाहु अन्हा से रिवायत है की रसूल अल्लाह सल-अल्लाहू अलैही वसल्लम  जब सुबह की नमाज़ में सलाम फेरते तो उसके बाद ये दुआ पढ़ते 
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ عِلْمًا نَافِعًا، ‏‏‏‏‏‏وَرِزْقًا طَيِّبًا، ‏‏‏‏‏‏وَعَمَلًا مُتَقَبَّلًا
अल्लाहुम्मा इन्नी असअलुका इल्मन नाफिया , वा रिज़क़न तय्यबा वा अमलन मुतक़ब्बला
एह अल्लाह मैं तुझसे ऩफा देने वाले इल्म और पाकीज़ा रिज़क़ और क़ुबूल होने वाले अमल का सवाल करता हूँ
सुनन इब्न माजा , जिल्द 1, 925-सही
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