✦ रसूल-अल्लाह सललल्लाहू अलैहि वसल्लम ने फरमाया तीन क़िस्म के लोग ऐसे है जिनका ज़ामीन अल्लाह सुबहानहु है (यानी उनकी हिफ़ाज़त अल्लाह के ज़िम्मे है) एक वो जो अल्लाह सुबहानहु के रास्ते में जिहाद के लिए निकले अल्लाह सुबहानहु उसका ज़ामीन है या उसे मौत दे कर जन्नत मैं दाखिल करेगा या अजर दे और गनीमत के साथ वापस लौटाएगा, दूसरा वो शख्स जो मस्जिद की तरफ चला अल्लाह सुबहानहु उसका ज़ामीन है या उसे वफात दे कर जन्नत मैं दाखिल करेगा या अजर और गनीमत के साथ वापस लौटाएगा तीसरा वो शख्स जो अपने घर मैं सलाम कर के दाखिल हुआ अल्लाह सुबहानहु उसका भी ज़ामीन है
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 2, 722-सही
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