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बिस्मिल्लाहिर रहमानिरहिम
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✦ अम्र बिन आस रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल-अल्लाहु अलैही वसल्लम जब मस्जिद में तशरीफ़ ले जाते तो फरमाते
أَعُوذُ بِاللَّهِ الْعَظِيمِ وَبِوَجْهِهِ الْكَرِيمِ وَسُلْطَانِهِ الْقَدِيمِ مِنَ الشَّيْطَانِ الرَّجِيمِ
मैं अल्लाह की अज़मत की और उसकी ज़ात ए करीम की और उसकी क़दीम बादशाहत की शैतान मरदूद से पनाह चाहता हूँ
और जब मस्जिद में दाखिल होने वाला आदमी ये कहता है तो शैतान कहता है अब वो मेरी बुराई से दिन भर के लिए महफूज़ हो गया
सुन्नान अबू दाऊद जिल्द 1, हदीस 463-सही
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