बिस्मिल्लाहिर रहमानिरहिम
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★ हदीस : जब कोई इस नाम से उस (अल्लाह) से माँगता है तो वो देता है....
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★ रसूल-अल्लाह सललाल्लाहू अलैही वसल्लम ने एक शख्स को ये दुआ करते हुए सुना
اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ أَنِّي أَشْهَدُ أَنَّكَ أَنْتَ اللَّهُ لاَ إِلَهَ إِلاَّ أَنْتَ الأَحَدُ الصَّمَدُ
الَّذِي لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ وَلَمْ يَكُنْ لَهُ كُفُوًا أَحَدٌ
अल्लहुम्मा इन्नी असअलूका अन्नी अशहदु अन्नका अन्तलल्लाहु ला इलाहा इल्ला अन्त
अल अहदुस-समद , अल-लज़ी लम यलिद वा लम युलद,
वा लम यकुल्लाहू कुफ़ुवन अहद
★ तो आप सलअल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया तूने अल्लाह को ऐसे नाम से पुकारा है की जब कोई इस नाम से उस (अल्लाह) से माँगता है तो (वो अल्लाह) देता है और जब इसके ज़रिए दुआ की जाती है तो क़ुबूल की जाती है
★ तर्जुमा: या अल्लाह , मैं तुझसे माँगता हू, मैं गवाही देता हूँ की तू ही अल्लाह है , तेरे सिवा कोई माबूद नही,
अल-अहद (एक) है , स-समद (बेनीयाज़) है, (तू) वो है जिसकी कोई औलाद नही और (तू) ना किसी की औलाद है,
और (तू) वो है जिसके बराबर कोई नही है
सुनन अबू दाऊद, जिल्द 1, 1480-सही
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